The 5-Second Trick For Shodashi

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The Mahavidyas are a profound expression of the divine feminine, Every single representing a cosmic functionality and also a route to spiritual enlightenment.

वास्तव में यह साधना जीवन की एक ऐसी अनोखी साधना है, जिसे व्यक्ति को निरन्तर, बार-बार सम्पन्न करना चाहिए और इसको सम्पन्न करने के लिए वैसे तो किसी विशेष मुहूर्त की आवश्यकता नहीं है फिर भी पांच दिवस इस साधना के लिए विशेष बताये गये हैं—

The Shreechakra Yantra promotes the key benefits of this Mantra. It isn't compulsory to meditate in front of this Yantra, but when you can buy and use it for the duration of meditation, it's going to give wonderful Added benefits to you personally. 

वन्दे तामहमक्षय्यां क्षकाराक्षररूपिणीम् ।

ह्रीं ह स क ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं

An early morning bathtub is taken into account essential, accompanied by adorning refreshing dresses. The puja area is sanctified and decorated with flowers and rangoli, making a sacred Room for worship.

षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी का जो स्वरूप है, वह अत्यन्त ही गूढ़मय है। जिस महामुद्रा में भगवान शिव की नाभि से निकले कमल दल पर विराजमान हैं, वे मुद्राएं उनकी कलाओं को प्रदर्शित करती हैं और जिससे उनके कार्यों की और उनकी अपने भक्तों के प्रति जो भावना है, उसका सूक्ष्म विवेचन स्पष्ट होता है।

बिंदु त्रिकोणव सुकोण दशारयुग्म् मन्वस्त्रनागदल संयुत षोडशारम्।

देवस्नपनं मध्यवेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि

श्रीं‍मन्त्रार्थस्वरूपा श्रितजनदुरितध्वान्तहन्त्री शरण्या

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥५॥

The worship of Tripura Sundari can be a journey in direction click here of self-realization, in which her divine splendor serves like a beacon, guiding devotees to the ultimate truth of the matter.

The worship of Goddess Lalita is intricately related Along with the pursuit of equally worldly pleasures and spiritual emancipation.

पञ्चब्रह्ममयीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥५॥

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